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Srivari Mettu Srinivasa Mangapuram यात्रा गाइड – श्री वारी मेट्टू श्रीनिवास मंगापुरम (हिंदी में)
भारत की धार्मिक भूमि में कई ऐसे स्थल हैं जो श्रद्धा और आस्था का अद्भुत संगम प्रस्तुत करते हैं। Srivari Mettu Srinivasa Mangapuram एक ऐसा ही स्थान है, जो न केवल तिरुपति बालाजी के दर्शन के लिए एक वैकल्पिक मार्ग के रूप में प्रसिद्ध है, बल्कि धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस मार्ग से यात्रा करने वाले भक्तों का मानना है कि यह मार्ग उन्हें प्रभु वेंकटेश्वर के और अधिक निकट ले जाता है। यह मार्ग न केवल आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है, बल्कि भक्तों की शारीरिक और मानसिक परीक्षा भी लेता है।
Introduction – परिचय
Srivari Mettu, आंध्र प्रदेश के तिरुपति शहर के निकट स्थित है और यह भगवान वेंकटेश्वर स्वामी तक पहुंचने के तीन पैदल मार्गों में से एक है। जबकि मुख्य मार्ग Alipiri से होकर जाता है, Srivari Mettu मार्ग काफी छोटा और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यह मार्ग Srinivasa Mangapuram से शुरू होता है, जो तिरुपति से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस स्थान पर श्री कल्याण वेंकटेश्वर स्वामी का मंदिर भी स्थित है, जिसे दर्शन के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
इस मार्ग की सबसे विशेष बात यह है कि यह सिर्फ 2388 सीढ़ियों का है और भक्त इसे औसतन 30 से 45 मिनट में चढ़ लेते हैं, जबकि Alipiri मार्ग में लगभग 3550 सीढ़ियाँ हैं। इसलिए जिन भक्तों को कम समय में तिरुमला पहुँचना हो, वे Srivari Mettu मार्ग को चुनते हैं।
History and Significance – इतिहास और महत्त्व
Srivari Mettu का इतिहास पौराणिक ग्रंथों और लोक मान्यताओं से जुड़ा हुआ है। कहा जाता है कि भगवान बालाजी स्वयं अपने विवाह के उपरांत श्रीनिवास मंगापुरम से तिरुमला की ओर इसी मार्ग से गए थे। इस मार्ग का उल्लेख कई ग्रंथों में किया गया है और इसे अत्यंत पवित्र माना जाता है।
सप्तगिरि की श्रृंखला में यह मार्ग पर्वतों के बीच से होकर जाता है और रास्ते में वन्य जीवन, शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव होता है। इस मार्ग का हर कदम भक्ति, तपस्या और समर्पण का प्रतीक माना जाता है।
Srivari Mettu मार्ग पर यात्रा करने से पूर्व भक्त श्रीनिवास मंगापुरम मंदिर में दर्शन करते हैं, जिससे यात्रा को शुभ और सफल माना जाता है।
Route and Accessibility – मार्ग और पहुँच
Srivari Mettu तक पहुँचने के लिए तिरुपति से सीधे बस या टैक्सी ली जा सकती है। आंध्र प्रदेश सरकार की तरफ से नियमित शटल सेवा भी चलाई जाती है जो तिरुपति से श्रीनिवास मंगापुरम और Srivari Mettu तक पहुँचाती है।
यह मार्ग सुबह 6:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहता है। इसके बाद सुरक्षा कारणों से इसे बंद कर दिया जाता है।
पर्यटन विभाग द्वारा मार्ग की पूरी देखरेख की जाती है, रास्ते में पीने का पानी, शेड, प्राथमिक चिकित्सा और सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध है। साथ ही CCTV कैमरों की निगरानी में यह मार्ग सुरक्षित रहता है।
The Sacred Steps – पवित्र सीढ़ियाँ
Srivari Mettu मार्ग की सबसे खास बात है इसकी 2388 पवित्र सीढ़ियाँ। प्रत्येक सीढ़ी पर भक्त नाम संकीर्तन करते हुए आगे बढ़ते हैं। कई भक्त हर सीढ़ी पर नारियल या दीप जलाकर भगवान को समर्पित करते हैं।
यह परंपरा भक्तों की अडिग आस्था और समर्पण को दर्शाती है। ऐसा कहा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति इस मार्ग से भगवान के दर्शन करता है तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
Nearby Temples – आस-पास के मंदिर

Shri Kalyana Venkateswara Swamy Temple – श्री कल्याण वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर
यह मंदिर Srivari Mettu के प्रारंभिक बिंदु पर स्थित है और यहाँ पर भगवान वेंकटेश्वर को विवाह के बाद के स्वरूप में पूजा जाता है। यह मंदिर उन नवविवाहित जोड़ों के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है जो सुखद वैवाहिक जीवन की कामना के साथ यहाँ दर्शन करने आते हैं।
Important Tips for Pilgrims – यात्रियों के लिए आवश्यक सुझाव
- सुबह जल्दी यात्रा शुरू करें ताकि धूप और भीड़ से बचा जा सके।
- हल्के और आरामदायक कपड़े पहनें तथा पानी की बोतल साथ रखें।
- यदि आप पहली बार यह मार्ग अपना रहे हैं, तो समूह में यात्रा करना बेहतर होता है।
- मंदिर में प्रवेश के समय पारंपरिक पोशाक पहनना अनिवार्य होता है।
- हर सीढ़ी पर रुक-रुक कर भक्ति भाव से नाम संकीर्तन करना यात्रा को और पवित्र बनाता है।
Srivari Mettu vs Alipiri – कौन सा मार्ग बेहतर है?
बिंदु | Srivari Mettu | Alipiri |
---|---|---|
दूरी | लगभग 2.1 किमी | लगभग 9 किमी |
सीढ़ियाँ | 2388 | 3550+ |
समय | 30-45 मिनट | 2-3 घंटे |
भीड़ | कम | अधिक |
आरंभिक बिंदु | Srinivasa Mangapuram | Alipiri Gate |
खुला समय | सुबह 6:00 से शाम 5:30 | 24 घंटे खुला |
Srivari Mettu मार्ग उनके लिए अधिक अनुकूल है जो कम समय में, कम थकान के साथ प्रभु के दर्शन करना चाहते हैं।
Final Thought – समापन विचार
Srivari Mettu Srinivasa Mangapuram यात्रा सिर्फ एक मार्ग नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक यात्रा है जो भक्तों को भगवान वेंकटेश्वर के साथ गहन आत्मिक संबंध प्रदान करती है। यह मार्ग भक्तों को यह सिखाता है कि ईश्वर की प्राप्ति के लिए शारीरिक और मानसिक तपस्या आवश्यक है। हर सीढ़ी पर लिया गया नाम, हर सांस में भक्ति, और हर कदम पर समर्पण – यही इस मार्ग की सच्ची आध्यात्मिकता है।
FAQ – सामान्य प्रश्न
Q2: क्या Srivari Mettu मार्ग बच्चों और बुजुर्गों के लिए सुरक्षित है?
उत्तर: हाँ, मार्ग पर शेड, पानी और चिकित्सा सुविधा होने के कारण यह सुरक्षित है, लेकिन शारीरिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए निर्णय लें।
Q3: क्या इस मार्ग से जाने वाले यात्रियों को विशेष दर्शन टिकट मिलता है?
उत्तर: जी हाँ, पैदल यात्रा करने वालों को विशेष दर्शन (Divya Darshan) का लाभ दिया जाता है।
Q4: यह मार्ग किस समय के लिए खुला होता है?
उत्तर: यह मार्ग सुबह 6:00 से शाम 5:30 तक खुला रहता है।
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Disclaimer – अस्वीकरण
यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारियाँ स्थानीय नियम, समय सारणी और मंदिर प्रशासन की नीतियों के अनुसार बदल सकती हैं। यात्रा से पहले संबंधित अधिकारिक स्रोतों से पुष्टि कर लेना उचित रहेगा। हम किसी भी प्रकार की यात्रा या दर्शन की गारंटी नहीं देते हैं।